
सोनभद्र जिले के चोपन थाना क्षेत्र के डाला स्थित सीमेंट फैक्ट्री की एक महिला अधिकारी को 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करने और मानव तस्करी में फंसने का डर दिखाकर 2.94 लाख रुपये वसूलने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस केस दर्ज कर त्वरित कार्यवाही करते हुए तत्काल 2.13 लाख रूपये वापस करा लिया है और आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है।– बता दें कि डाला सीमेंट फैक्टरी में सहायक अधिकारी के पद पर कार्यरत सृष्टि भट्टा मिश्रा मूल रूप से उड़ीसा के जयपुर की रहने वाली हैं। उनके मोबाइल पर नौ अक्तूबर की शाम चार बजे एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनके सभी नंबर ब्लॉक कर दिए जाएंगे।
इससे बचने के लिए दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने जैसे ही नौ दबाया तो फोन एक फर्जी संचार कंपनी के कार्यालय से कनेक्ट होना बताया गया। तब उन्हें बताया गया कि उनके नंबर को लेकर शिकायत दर्ज हुई है।
उनके नाम से पकड़ा गया सिम कार्ड छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से जारी किया गया था। अगले दिन उक्त पुलिस स्टेशन से फोन आया। जिसमें पुलिस अधिकारी बन ठगों ने कहा कि उनका मुंबई के एसबीआई बैंक में खाता है।
उनके खाता होने से इन्कार करने पर मदद के लिए एफआईआर दर्ज करने के लिए आधार कार्ड मंगा लिया गया। फिर यह कहकर उन्हें डराया जाने लगा कि एक व्यक्ति विवेक दास जो संदिग्ध अपराधी के रूप में 3.8 करोड़ रुपयों के साथ पकड़ा गया है।
उसने मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अर्जित रुपये में से सहायक अधिकारी को दस फीसदी यानि 38 लाख का कमीशन दिया है। अगर वे इस मामले में खुद को निर्दोष साबित नहीं कर पाती हैं तो आजीवन कारावास की सजा सुना दी जाएगी। जिससे अधिकारी काफी डर गईं। प्राथमिक जांच के नाम पर उन्हें 48 घंटों से अधिक समय तक वीडियो कॉल पर आरोपियों ने अपनी निगरानी में रखा और किसी से संपर्क तक नहीं करने दिया गया।